Bihar: नीतीश सरकार के राज्य में महेश्वर हजारी की घट गई वैल्यू, इस मंत्री के हिस्से में नहीं आई यह जिम्मेदारी
Bihar: एक बार फिर से JDU परदेस कार्यालय में जदयू कोटे के मंत्री लोगों की शिकायत सुनेंगे और उसका निराकरण करेंगे। आम चुनाव के वजह से यह कार्य बंद कर दिया गया था लेकिन एक बार फिर से इसे शुरू कर दिया गया है। जो स्लॉट तय किया गया है उसी में सभी के परेशानियों को सुना जाएगा और उसमें केवल सूचना एवं प्रसारण मंत्री माहेश्वरी हजारे को जगह नहीं दिया गया है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के निर्देश पर इसे जारी किया गया है और इस सूची में माहेश्वरी हजारी का नाम नहीं रहना आने वाले समय में एक बड़ा संकेत हो सकता है। माहेश्वरी हजारी का नाम आम चुनाव के समय इस वजह से सुर्खियों में था क्योंकि उनके पुत्र शनि हजारी ने समस्तीपुर से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।
उनके सामने एनडीए के प्रत्याशी के रूप में लोजपा के टिकट पर मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी चुनाव मैदान में थीं। शांभवी की जीत भी हुई समस्तीपुर से। एनडीए प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में महेश्वर हजारी के गायब रहने का आरोप था।
सीएम की रैली में नहीं पहुंचे थे हजारी (Bihar)
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समस्तीपुर में एनडीए प्रत्याशी के चुनाव प्रचार में जब वहां गए तो भी हजारी नहीं पहुंचे। उस समय से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि महेश्वर हजारी के खिलाफ जदयू कार्रवाई करेगी।
वैसे आधिकारिक तौर पर इस आशय का कोई वक्तव्य नहीं आया है पर जदयू की सूची में महेश्वर हजारी का नाम नहीं रहने से पार्टी ने संकेत जरूर दे दिया है।