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सीपीआर एवं एईडी का प्रयोग कर मृतप्राय व्यक्तियों को दिया जा सकता है पुनः जीवन।

सीपीआर : मृतप्राय व्यक्ति को पुनः जीवन देने में अत्यंत ही लाभकारी।

सीपीआर : मृतप्राय व्यक्ति को पुनः जीवन देने में अत्यंत ही लाभकारी।

सीपीआर एवं एईडी का प्रयोग कर मृतप्राय व्यक्तियों को दिया जा सकता है पुनः जीवन।

जी एस टी विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों ने जाना सीपीआर और एईडी के प्रयोग की विधि।

हृदय रोगों से बचाव एवं गोल्डेन आवर में सीपीआर आधारित प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन सम्पन्न।

मेदांता, पटना से आये एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम द्वारा दिया गया हैण्ड्सऑन प्रशिक्षण।

पटना । जी एस टी विभाग अधिकारियों एवं कर्मियों के स्वास्थ्य के प्रति काफी संवेदनशील है। पहले भी कई बार चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर अधिकारियों एवं कर्मियों के स्वास्थ्य की जांच तथा समुचित ईलाज की व्यवस्था जी एस टी विभाग द्वारा नियमित रूप से की जा रही है।

इसी कड़ी में आज जी एस टी विभाग, पटना एवं जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना के संयुक्त तत्वाधान में हृदय रोगों से बचाव एवं गोल्डन आवर में सीपीआर आधारित प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री कुंदन कुमार, जिलाधिकारी द्वारा की गई। कार्यक्रम में तकनीकी वक्ता के रूप में डॉ रवि शंकर सिंह, निदेशक, जय प्रभा मेदांता सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, पटना एवम डॉ अजय कुमार सिन्हा, निदेशक, क्लिनिकल कार्डियोलॉजी, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना उपस्थित रहे। जीएसटी भवन, पटना में 200 से अधिक पदाधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे और सी पी आर प्रशिक्षण में भाग लिए।

चीफ कमिश्नर श्री बलबीर सिंह द्वारा अपने मुख्य उद्बोधन में कहा गया कि वर्तमान समय में जीवन शैली तथा फिटनेस पर ध्यान देना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक तथा कार्डियक अरेस्ट के मामले बढ़ते जा रहे हैं तथा इसकी रोकथाम तथा जीवन रक्षा में सहायक सीपीआर पर सामूहिक जागरूकता अत्यंत ही आवश्यक है, इससे ना केवल जिंदगियां बचाई जा सकती हैं, बल्कि इससे स्वस्थ रह कर कार्यों एवं दायित्वों का समुचित निर्वहन किया जा सकता है।

चीफ कमिश्नर श्री पी के कटियार ने कहा कि जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की यह मुहिम सराहनीय है। समाज सेवा के क्षेत्र में यह एक रोल मॉडल है। स्वस्थ और बेहतरीन भारत के निर्माण हेतु यह बेहद ही आवश्यक है। इससे कई हजार लोगों की जिन्दगियां बचायी जा सकती है। उन्होंने कहा कि सभी व्यक्तियों को सीपीआर तथा एईडी के प्रयोग के बारे में अच्छे तरीके से जानकारी होनी चाहिए। न जाने कब किसको सीपीआर और एईडी की आवश्यकता हो जाय, यह कहना कठिन है। इसलिए सभी को सीपीआर और एईडी के प्रयोग की जानकारी अवश्य होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन ब्लॉक स्तर पर भी कराने की आवश्यकता है ताकि सुदूर क्षेत्रों के व्यक्तियों को भी इसकी जानकारी उपलब्ध हो सके तथा वे किसी की जान बचा सकें। उन्होंन कहा कि जिले के सार्वजनिक स्थलों पर एईडी अधिष्ठापन हेतु वरीय अधिकारियों से वार्ता की जायेगी और अधिष्ठापन हेतु सार्थक पहल की जायेगी।

डॉ रवि शंकर सिंह ,निदेशक, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना ने हृदय रोगों की रोकथाम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रकृति से अधिक से अधिक जुड़ाव रखें तथा पौष्टिक आहार लें। उन्होंने नियमित स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह दी। उन्होंने सुबह की सैर करने की सलाह दी तथा गरम पेय पदार्थ पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी।

डॉ अजय कुमार सिन्हा, निदेशक, क्लिनिकल कार्डियोलॉजी, जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, पटना ने सीपीआर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह अस्पताल पूर्व तकनीक बेहद साधारण है तथा इसका सदुपयोग कर विभिन्न दुर्घटनाओं, आपदाओं, हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट जैसी परिस्थितियों में प्रभावित व्यक्तियों के जीवन को गोल्डन आवर में त्वरित प्रतिक्रिया कर बचाया जा सकता है। उनके द्वारा पीपीटी प्रस्तुतीकरण व एसडीआरएफ टीम के सहयोग से प्रदर्शन कर सीपीआर की संपूर्ण कार्य प्रणाली पर तकनीकी जानकारी दी गई। उनके द्वारा ऐसी परिस्थितियों से बचाव हेतु कई महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए गए। उन्होंने कोलेस्ट्रॉल कम करने तथा डायबिटीज पर नियंत्रण सलाह दी।

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