चुनाव के बाद क्या लालू यादव जाएंगे फिर से जेल, कैसे फंसे गमछा के फेर में?
चुनाव के बाद क्या लालू यादव जाएंगे फिर से जेल, कैसे फंसे गमछा के फेर में?
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लोकसभा चुनाव के खत्म होने के बाद क्या लालू यादव चले जाएंगे जेल? यह सवाल हम नहीं पूछ रहे हैं बल्कि ऐसा सुनने को मिल रहा है।
दरअसल यह पूरा मामला उस समय वायरल हो गया। जब लालू यादव अपनी बेटी रोहिणी आचार्य के साथ वोट देने पहुंचे। उसके बाद राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ बीजेपी ने मतदान के दिन हरा गमछा जिस पर राजद का चुनाव चिन्ह बना हुआ था। उसे ओढ़ कर आने के बाद चुनाव आयोग में शिकायत कर दी।
भाजपा ने लालू यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दिन अपने पूरे परिवार के साथ राजद सुप्रीमो अपनी पार्टी का चुनाव चिन्ह हरे रंग के गमछे में जिस पर लालटेन छाप बना हुआ है, लपेटकर प्रदर्शित करते हुए वोट देने चले गए। और मतदान करके आचार संहिता का उल्लंघन किया है।
बीजेपी ने बाकायदा एक पत्र लिखकर निर्वाचन आयोग के अधिकारी को कहा कि अंतिम चरण के चुनाव के दिन राजद सुप्रीम लालू यादव हरे रंग का गमछा जिस पर उनकी पार्टी का चुनाव चिन्ह लालटेन बना हुआ है। जिसे लपेटकर वह मतदान केंद्र चले गए, जिससे ऐसा लग रहा था कि वह मतदान केंद्र पर मतदाताओं का ध्यान अपनी पार्टी की तरफ आकर्षित करने के लिए ऐसा जानबूझकर कर रहे थे और गमछा लपेटकर पहुंचे थे। उनकी वजह से मतदान केंद्र पर लोग भ्रमित हो रहे हैं।
बीजेपी पार्टी ने आरोप लगाते हुए कहा कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 130 के तहत इस तरह की चीज प्रतिबंधित है और यह एक दंडनीय अपराध है। जिसकी सजा इसी धारा के तहत लिखी गई है और यह चुनाव के आदर्श आचार संहिता का भी उल्लंघन है। इसके बारे में भी आचार संहिता के निर्देश संख्या 135 की खंड की आठ का लालू यादव ने खुलेआम उल्लंघन किया है। जो की संविधान के धारा 171 के तहत दंडनीय अपराध है।
इसलिए चुनाव आयोग से यह गुजारिश है कि राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव के खिलाफ इन सभी धाराओं को तोड़ने और आचार संहिता का उल्लंघन करने के अपराध में प्राथमिक की दर्ज की जाए और उचित कानूनी कार्रवाई उनके खिलाफ में की जाए।