Hartalika Teej 2024: हरितालिका तीज के दिन मेहंदी लगाना क्यों माना जाता है जरूरी? इसके बिना अधूरा है सोलह सिंगार
Hartalika Teej 2024 Mehendi Design: हरियाली तीज हर साल भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस शुभ अवसर पर महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और हाथों में मेहंदी भी लगवाती हैं. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं हरतालिका तीज में मेहंदी लगाने का धार्मिक महत्व क्या है
हाथों में मेहंदी लगाना है शुभ
शुभ कार्यों में हाथों में मेहंदी लगाना अच्छा माना जाता है. करवा चौथ, सावन के अलावा हरतालिका तीज के अवसर पर भी महिलाएं हाथों में मेहंदी लगाती हैं, जिसका विशेष ही महत्व है. यह माता पार्वती और भगवान शिव से जुड़ा है. माना जाता है कि भगवान शिव इससे प्रसन्न होते हैं और मनवांछित फल प्रदान करते हैं. इसके पीछे शिव-पार्वती से जुड़ा एक पौराणिक कथा भी है.
हरतालिका तीज में मेहंदी का महत्व क्या है ?
मान्याताओं के अनुसार पार्वती मां ने शिव शंकर को मन ही मन अपना पति मान लिया था. मां पार्वती ने शिवजी को पाने के लिए कठोर तपस्या कि थीं. उन्होंने हाथों में मेंहदी लगाकर कई सालों की घोर तपस्या की. उनकी इस पूजा से खुश होकर भगवान शिव उनसे मिलने आएं. पार्वती मां के हाथों में रचि सुंदर मेहंदी भोले शंकर को भा गई और वो इसे देखकर प्रसन्न हो गए. इसके बाद उन्होंने पार्वती की तपस्या से खुश होकर उनसे विवाह करना स्वीकारा. इस कहानी के कारण भी हरतालिका तीज में मेहंदी की अहमियत बढ़ जाती है.
कब मनाया जा रहा है हरतालिका तीज का त्योहार ?
इस साल हरतालिका तीज व्रत शुक्रवार 6 सितंबर को रखा जाएगा. हालांकि तृतीया तिथि का आरंभ गुरुवार 5 सितंबर की दोपहर में 12 बजकर 22 मिनट पर होगा जो अगले दिन यानी 6 सितंबर को सुबह 3 बजकर 1 मिनट तक रहेगी. तृतीया तिथि उदयकाल में शुक्रवार 6 सितंबर को रहेगी ऐसे में हिन्दू पंचांग के अनुसार हरितालिका तीज का व्रत 6 सितंबर को ही रखा जाएगा.