तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा कब से कब तक होगी जानिए?
तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा कब से कब तक होगी जानिए?
लोकसभा चुनाव खत्म हो गया है। अब नतीजे आने बाकी है। लेकिन इसके साथ ही जो बहुत सारी परीक्षाएं रुकी हुई थी उनकी भी शुरुआत होने जा रही है। अब बात करें शिक्षक नियुक्ति परीक्षा (TRE 3) की तो तीसरे चरण के शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के आयोजन की तैयारी बीएससी ने शुरू कर दी है।
27 से 30 जून तक तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति की परीक्षा के लिए सेंटरों की सूची की मांग की गई है।
आपको बता दे की आयोग के सचिव द्वारा पत्र लिखकर 6 जून तक बिहार के 26 जिलों के डीएम से परीक्षा केंद्र की सूची मांगी है। ताकि परीक्षा को सही समय पर आयोजित किया जा सके। 27 से 30 जून तक यानी कि इन चार दिनों में सिर्फ एक ही पाली में परीक्षा कराया जाएगा। हालांकि इस पर अभी तक कोई भी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। जब तक परीक्षा केंद्र की सूची उपलब्ध नहीं हो जाती है। तब तक कितने पाली में परीक्षाएं आयोजित की जाएगी इसका निर्णय अभी नहीं होगा।
आयोग के सचिव द्वारा डीएम को भेजे गए पत्र में कहा है कि परीक्षा संचालन के लिए निर्धारित मापदंडों के अनुसार परीक्षा होगी। जहां परीक्षार्थी के बैठने के लिए दो वर्ग मीटर का स्थान होगा। तो वही बेंच, डेस्क दीवार, लाइट, पानी और शौचालय आदि की व्यवस्था समुचित होनी चाहिए। परीक्षा केंद्र के चारों तरफ ऊंचाई वाली दीवार होनी चाहिए। ताकि वहां तक आने जाने में परीक्षार्थियों को कोई भी परेशानी ना हो और साथ ही साथ वहां कोई अन्य तरह की गतिविधि ना हो जिससे की परीक्षा में रुकावट हो।
बिहार के 26 जिलों से मांगा गया परीक्षा केंद्र का लिस्ट
बीपीएससी के द्वारा बिहार के केवल 26 जिलों से परीक्षा केंद्र की लिस्ट मांगी गई है। जिन जिलों के परीक्षा केंद्र के लिए डीएम से सूची मांगी गई है उनमें बक्सर, रोहतास, भोजपुर, नालंदा, नवादा,गया, जहानाबाद, लखीसराय, औरंगाबाद, मुंगेर, बांका, बेगूसराय, खगड़िया, कटिहार, भागलपुर, सहरसा, पूर्णिया, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, सारण,पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, गोपालगंज और सिवान शामिल है।
बताते चले की प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय के इन चारों श्रेणियां में लगभग 87014 पदों के लिए 5 लाख अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन दिया गया है। बता दे कि बीपीएससी के द्वारा पहली बार तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा 15 और 16 मार्च को आयोजित हुई थी। लेकिन पहले ही दिन पेपर वायरल होने के वजह से इसे रद्द कर दिया गया था और फिर से परीक्षा लेने की घोषणा की गई थी। लेकिन बीच में चुनाव होने की वजह से इसे रोक दिया गया।