आचार्य सुदर्शन जी महाराज का अवतरण दिवस पर भक्तों ने किया भव्य स्वागत
आचार्य सुदर्शन जी महाराज का अवतरण दिवस पर भक्तों ने किया भव्य स्वागत
वर्षों बाद तालाब में भी नीलकमल खिलता है और सदियों बाद समाज में किसी दिव्य पुरुष का अवतरण होता है l इसी क्रम में भारत में अनेक संत महात्माओं का अवतरण हुआ l
यूं तो समाज में प्रतिदिन लाखों लोग जन्म लेते हैं और विलुप्त हो जाते हैं लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसे लोग समाज में प्रकट होते हैं जिनमें विचारों, संस्कारों और कार्यों से समाज की दिशाएं बदल जाती हैं l
कबीर दास जी कहते हैं की “एक लोहा पूजा घर राखे दोसर बधिक घरे” एक ही लोहा जब मंदिर में रहता है तो उससे पूजा होती है और वही लोहा जब किसी बधिक के पास रहता है तो निष्क्रिय माना जाता है l
ठीक उसी प्रकार मनुष्य होना किसी विशिष्टता का प्रतीक नहीं है लेकिन जब वही मनुष्य समाज में उत्कृष्ट कार्य करता है ,अपने आचरण और विचारों से समाज की दिशा बदल देता है तो वह पूज्य बन जाता है l
आचार्य श्री सुदर्शन जी महाराज एक ऐसे ही व्यक्तित्व हैं जिन्होंने समाज की दिशा और दशा दोनों को बदल दिया l समाज के सामान्य परिवार में जन्म लेकर उन्होंने जो आंधी बहाई उसकी धमक देश और विदेशों तक में फैल गई l आचार्य श्री ने शिक्षा और अध्यात्म दोनों क्षेत्रों में काम किया l उन्होंने 150 से अधिक पुस्तक लिखी l
अनेक स्कूल ,कॉलेज की स्थापना की l झुग्गी, झोपड़ी के गरीब बच्चों के लिए नि:शुल्क शिक्षा कार्यक्रम “हमें भी पढ़ाओ” आंदोलन को प्रारंभ किया एवं आध्यात्मिक के क्षेत्र में अनेक आश्रमों एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्रों की स्थापना की l
आज पूरे देश में उनके भक्तों की संख्या लाखों में है l आज सुबह से स्थानीय आचार्य श्री सुदर्शन पटना सेंट्रल स्कूल के प्रांगण में विभिन्न क्षेत्रों से आए अपने गुरु आचार्य श्री के अवतरण दिवस पर भाग लेने आए l
सुबह से ही भक्तों ने एक शोभायात्रा निकाली जिसमें हजारों महिलाएं ,पुरुष एवं बच्चों ने ढोल नगाड़ा बजाते हुए नगर भ्रमण किया l उनका एक ही संदेश था सभी लोग समाज में भाईचारा प्रदान करें और समाज में सुंदर वातावरण बनाएं l इस अवसर पर स्कूल के बच्चों ने अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया l