अखिल भारतीय गोस्वामी समाज के प्रदेश अध्यक्ष बने उधव गोस्वामी
अखिल भारतीय गोस्वामी समाज के प्रदेश अध्यक्ष बने उधव गोस्वामी

अखिल भारतीय गोस्वामी समाज का राज्य स्तरीय गोस्वामी सम्मेलन बिहार विधान परिषद् के सभागार में रविवार को सम्पन्न हुआ। बैठक में गोस्वामी समाज के उत्थान और विकास को लेकर गंभीर रूप से चर्चा की गई। बैठक में संगठन का विस्तार करते हुए संघ के संरक्षक एवं मुख्य अतिथि पटना बड़ी पटनदेवी मंदिर के महंत विजय शंकर गिरि एवं संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोरंजन गिरि की मौजूदगी में
मुजफ्फरपुर निवासी उघव गोस्वामी को प्रदेश अध्यक्ष मनोनित किया गया। इस अवसर पर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोरंजन गिरि ने कहा कि गोस्वामी समाज का पौराणिक इतिहास है। बिहार की आबादी में इस समाज की एक बड़ी हिस्सेदारी है। इस समाज में पिछड़ेपन एक बड़ी समस्या है। यह पिछड़ेपन सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और राजनीतिक सब तरह से है।
समय की मांग है कि इस समाज के उत्थान के लिए अब समाज के लोग आगे आए। समाज में इस पिछड़ेपन को दूर कर समाज को आगे लाने में समाज के सभी लोगों की भागीदारी की जरूरत है। मनोरंजन गिरि ने कहा कि बिहार के सभी राजनीतिक दलों के लिए यह जरूरी है कि गोस्वामी समाज को राजनीतिक हिस्सेदारी दे।
अन्यथा यह समाज अब अपनी जगह खूद से लेने के लिए आगे काम करेगा। मुख्य अतिथि महंत विजय शंकर गिरि ने कहा कि देश और समाज को सदियों से दिशा देने वाले गोस्वामी समाज को आज अपना हिस्सा लेने की जरूरत है। जब तक इस समाज को राजनीतिक हिस्सेदारी नही मिलती तब तक यह समाज पूर्ण रूप से आगे नही बढ़ पाएगा। नव मनोनित प्रदेश अध्यक्ष उधव गोस्वामी ने मिली जिम्नेवारी के लिए समाज के लोगों का आभार जताया।
उद्बोधन में भावूक होते हुए कहा कि उन्हे जो जिम्मेवारी मिली है उसे ईमानदारी से पूरा करेगे। वे गोस्वामी समाज के लोगों का सभी क्षेत्रों में उत्थान के लिए काम करेगे और सभी लोगों के लिए सदा उपलब्ध रहने का काम करेगे। इस अवसर पर जिला में संगठन के निर्माण के लिए बिहार के सभी जिला से जिला संयोजक का चयन कर उन्हे जिम्मेवारी सौपी गई।
इसके पूर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पटना बड़ी पटनदेवी मंदिर के महंत विजय शंकर गिरि एवं संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोरंजन गिरि ने दीप जलाकर गोस्वामी सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का संचालन राकेश भारती ने किया ।
इस दौरान मुख्य रूप से प्रो शिवजी गोस्वामी, रंजीत गिरि, डा दिवाकर गिरि, मन्नू गिरि, जवाहर गिरि, नंदकिशोर गिरि, डा गोरखनाथ गिरि, प्रो रधुवीर भारती, मुकेश गोस्वामी, डा कमलेश गिरि, शैलेश पर्वत, डा दीपक पर्वत, संजीत गिरि, बिपिन गिरि, उमेश गिरि, मोहन लाल गिरि सहित सैकड़ो समाज के लोग विभिन्न जिले से शामिल हुए।