
Famous Temple In Patna: बिहार के पटना जिले में स्थित बिहटा माता बन देवी मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि चमत्कार और आस्था का प्रतीक है. सैकड़ों वर्षों से यह मंदिर श्रद्धालुओं के विश्वास का केंद्र बना हुआ है. मान्यता है कि जो भी सच्चे मन से माता के दर्शन करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. खासतौर पर नवरात्रि और प्रमुख पर्वों के दौरान यहां भक्तों का सैलाब उमड़ता है.
मंदिर का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व (Famous Temple In Patna)
इस मंदिर की स्थापना के पीछे एक अनोखी कथा जुड़ी हुई है. करीब 400 साल पहले पंडित विध्यानंद बाबा, जो विंध्याचल माता के परम भक्त थे, ने माता की घोर तपस्या की. वृद्धावस्था में विंध्याचल जाने में असमर्थ होने के कारण माता ने स्वप्न में उन्हें आदेश दिया कि वे अपने गांव के पास माता का पिंड स्थापित करें. इसके बाद बाबा ने मिश्रीचक (राघोपुर) के जंगल में माता की स्थापना की और तभी से यहां भक्तों का आना शुरू हो गया.
1959 में भगवान दास त्यागी नामक महात्मा ने यहां यज्ञ करवाया, जिसके बाद माता का एक छोटा मंदिर बनाया गया. बाद में 1997 में एक ग्यारह सदस्यीय कमेटी ने माता का भव्य मंदिर बनवाया, जो आज श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है.
मंदिर की विशेषताएं और चमत्कारी मान्यताएं
शक्तिपीठ के रूप में पहचान
बिहटा माता बन देवी मंदिर को एक शक्तिपीठ के रूप में माना जाता है, जहां भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है. यहां आने वाले श्रद्धालु देवी के अलौकिक चमत्कारों का अनुभव करते हैं.
सर्प और बिच्छुओं का न काटना
स्थानीय लोगों का कहना है कि मंदिर के आसपास कोई भी सांप या बिच्छू किसी को नहीं काटता. इसे माता की शक्ति और कृपा का प्रतीक माना जाता है, जो भक्तों की रक्षा करती हैं.
जागरण और भंडारे का आयोजन
मंदिर में हर त्रयोदशी को रात्रि जागरण और भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं. खासकर पूर्णिमा, दीपावली, बसंत पंचमी और नवरात्रि के दौरान यहां विशेष आयोजन होते हैं.