IAS बनने दिल्ली गया था बेटा, कफन में लौटा घर, जवान बेटे की लाश देख बेहोश हुए पिता
IAS: दिल्ली में लाखों की संख्या में बच्चे यूपीएससी की तैयारी करने जाते हैं और इसमें से कई बच्चे आईएएस ऑफिसर भी बनते हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश के एक बच्चे नीलेश पटेल आईएएस ऑफिसर बनने दिल्ली गए थे लेकिन अब वह कफ़न में वापस लौटे हैं जिसको देखकर उनकी मां और बहन बेहोश हो रही है.
नीलेश की मौत के लिए दिल्ली सरकार जिम्मेदार-
पिता नरेंद्र नाथ राय ने कहा कि दिल्ली जाने के बाद पता चला कि वहां जो बिजली का सिस्टम और तारों का जाल है, उसी के चलते तार टूट गया था और करंट आ गया था, जिससे जब वह गेट पकड़ा तो गेट में भी करंट था. नरेंद्र नाथ राय ने कहा कि बिजली विभाग दिल्ली सरकार के अधीन है तो दिल्ली सरकार ही इसके लिए लापरवाह है. दिल्ली सरकार भले ही अपनी व्यवस्थाएं ठीक होने का दावा करती है, लेकिन देखने से ऐसा कुछ भी नहीं लगता है. अगर व्यवस्थाएं ठीक होतीं तो आज मेरा बेटा जिंदा होता.
5 सालों से IAS की कर रहा था तैयारी
नरेंद्र नाथ राय ने कहा कि स्वाती महिवाल दिल्ली सरकार की अंग रही हैं. इसलिए वहां के सिस्टम को वह जानती हैं. इस घटना को लेकर उन्होंने जो भी कहा है, सही कहा है. नरेंद्र नाथ राय ने बताया कि उनका बेटा नीलेश पिछले 5 सालों से वहां पर तैयारी कर रहा था. वही एक कंपनी में इंजीनियर भी था. इस बार उसने UPSC प्रीलिम्स का एग्जाम दिया था, जिसमें वह पास आउट हुआ था. वहीं नीलेश के ममेरे भाई संजय प्रधान से जब बात हुई तो उन्होंने कहा कि इसके लिए पूरी तरह से दिल्ली सरकार दोषी है.
दिल्ली में बिजली के तारों का फैला मकड़जाल
वहां पर व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. मोहल्लो में बिजली के तारों का मकड़जाल फैला हुआ है. ये आए दिन हादसे को दावत देते रहते हैं. इस तरह की व्यवस्था शायद हमारे गाजीपुर के गांव में भी नहीं होगी. इसलिए व्यवस्था की कमी के कारण नीलेश की जान गई है. हमारा तो जो नुकसान होना था वह हो गया, लेकिन भविष्य में ऐसा किसी भी बच्चों के साथ न हो, इसके लिए व्यवस्था चुस्त और दुरुस्त करनी पड़ेगी.