राहुल-गायकवाड़-गिल से कैसा प्यार, स्ट्राइक रेट के मामले में सब हैं विराट से पीछे; कोहली ही क्यों बन रहे निशाना

डेमोक्रेटिव लाइव
दिनांक : ०५ /०५ /२०२४
विराट कोहली को ही क्यों ट्रोल होना पड़ रहा है. स्ट्राइक रेट के मामले में हार्दिक पांड्या जैसे ताबड़तोड़ बल्लेबाज भी कोहली से पीछे हैं. तो फिर केवल कोहली ही ट्रोल क्यों हो रहे हैं.
विराट कोहली पिछले करीब 15 साल में क्रिकेट जगत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं. मगर इंडियन प्रीमियर लीग में उन्हें स्ट्राइक रेट के कारण लगातार ट्रोल होना पड़ रहा है. यहां तक कि सुनील गावस्कर ने भी उन्हें खरी-खोटी सुना डाली है. एक तरफ लोग कोहली को ट्रोल कर रहे हैं, लेकिन आंकड़े कुछ और ही बताते हैं. विराट कोहली ने IPL 2024 में अभी तक 11 मैच खेले है, जिनमें उन्होंने 67.75 के औसत से 542 रन बनाए हैं. कोहली का पूरे सीजन में कुल स्ट्राइक रेट 148 से ज्यादा है, जिसे टी20 क्रिकेट में औसत से बेहतर माना जाता है. 148 के स्ट्राइक रेट से बैटिंग करते हुए ऑरेंज कैप होल्डर होना बताता है कि RCB के लिए उन्होंने बल्लेबाजी में कितना महत्वपूर्ण योगदान दिया है. फिर भी ट्रोल होने से कोहली का हताश होना लाजिमी है.
केएल राहुल और शुभमन गिल से भी आगे हैं कोहली
जब IPL 2024 में स्ट्राइक रेट की बात करें तो केएल राहुल ने अब तक 10 मैचों में 406 रन बनाए हैं, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 142.95 का रहा है. इस समय ऑरेंज कैप के लिए ऋतुराज गायकवाड़ और विराट कोहली के बीच तगड़ी जंग छिड़ी हुई है. गायकवाड़ ने इस सीजन 11 मैचों में करीब 147 के स्ट्राइक रेट से 541 रन बनाए हैं. इस सबके बावजूद स्ट्राइक रेट के लिए केवल विराट कोहली को निशाना बनाया जा रहा है. शुभमन गिल अक्सर ओपनिंग में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए दिखाई देते हैं. मगर गिल IPL 2024 में 11 मैचों में करीब 137 के स्ट्राइक रेट से 322 रन बना सके हैं.
श्रेयस अय्यर का नेचुरल गेम विस्फोटक नजर आता है, फिर भी वो मौजूदा सीजन में 137.43 के स्ट्राइक रेट से खेल रहे हैं. हालांकि हार्दिक पांड्या के साथ विराट कोहली की तुलना सही नहीं है क्योंकि दोनों का बल्लेबाजी पोजीशन अलग है. चूंकि हार्दिक एक फिनिशर की भूमिका अदा करते हैं, जिनसे 170-180 के स्ट्राइक रेट से खेलने की उम्मीद की जाती है. मगर हार्दिक भी इस सीजन 148 से कम के स्ट्राइक रेट से खेल रहे हैं. इनमें से कोई खिलाड़ी ऑरेंज कैप होल्डर भी नहीं है, जो उन्हें निरंतरता में कोहली से बेहतर साबित करता हो. इस सबके बावजूद केवल उन्हें ही ट्रोल किया जा रहा है.